कौन हैं महादेव शिव?
महादेव शिव एक ऐसे देव हैं जिनका वर्णन – एक महायोगी, गृहस्थ, तपस्वी,
अघोरी, नर्तक और कई अन्य अलग-अलग तरीकों से किया जाता है। क्यों इतने सारे
विविध रूप धारण किये थे भगवान शिव ने?
अगर किसी एक व्यक्ति में इस सृष्टि की सारी विशेषताओं का जटिल मिश्रण मिलता
है तो वह शिव हैं। अगर आपने शिव को स्वीकार कर लिया तो आप जीवन से परे जा
सकते हैं।
महादेव शिव एक ऐसे देव हैं जिनका वर्णन – एक महायोगी, गृहस्थ, तपस्वी, अघोरी, नर्तक और कई अन्य अलग-अलग तरीकों से किया जाता है। क्यों इतने सारे विविध रूप धारण किये थे भगवान शिव ने?
अगर किसी एक व्यक्ति में इस सृष्टि की सारी विशेषताओं का जटिल मिश्रण मिलता है तो वह शिव हैं। अगर आपने शिव को स्वीकार कर लिया तो आप जीवन से परे जा सकते हैं।
शिव पुराण – भयावह और सुंदर दोनों तरह के चित्रण हैं शिव के
आमतौर पर पूरी दुनिया में लोग जिसे भी दैवीय या दिव्य मानते हैं, उसका
वर्णन हमेशा अच्छे रूप में ही करते हैं। लेकिन अगर आप शिव पुराण को पूरा
पढ़ें तो आपको उसमें कहीं भी शिव का उल्लेख अच्छे या बुरे के तौर पर नहीं
मिलेगा। उनका जिक्र सुंदरमूर्ति के तौर पर हुआ है, जिसका मतलब ‘सबसे सुंदर’
है। लेकिन इसी के साथ शिव से ज्यादा भयावह भी कोई और नहीं हो सकता।
जो सबसे खराब चित्रण संभव हो, वह भी उनके लिए मिलता है। शिव के बारे में
यहां तक कहा जाता है कि वह अपने शरीर पर मानव मल मलकर घूमते हैं। उन्होंने
किसी भी सीमा तक जाकर हर वो काम किया, जिसके बारे में कोई इंसान कभी सोच भी
नहीं सकता था। अगर किसी एक व्यक्ति में इस सृष्टि की सारी विशेषताओं का
जटिल मिश्रण मिलता है तो वह शिव हैं। अगर आपने शिव को स्वीकार कर लिया तो
आप जीवन से परे जा सकते हैं।
इंसान के जीवन का सबसे बड़ा संघर्ष यह चुनने
की कोशिश है कि क्या सुंदर है और क्या भद्दा, क्या अच्छा है और क्या बुरा?
लेकिन अगर आप हर चीज के इस भयंकर संगम वाली शख्सियत को केवल स्वीकार कर
लेते हैं तो फि र आपको कोई समस्या नहीं रहेगी।
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