ज्योतिष पं. गुलशन अग्रवाल
राष्ट्रीय मिति भाद्रपद 01 शक संवत् 1940 श्रावण शुक्ल द्वादशी बृहस्पतिवार विक्रम संवत् 2075। सौर भाद्रपद मास प्रविष्टे 7, जिल्हिजा 11 हिजरी 1439 तदनुसार अंग्रेजी तारीख 23 अगस्त सन् 2018 ई०। दक्षिणायण, उत्तर गोल, वर्षा ऋतु।
राहुकाल अपराह्न 1 बजकर 30 मिनट से 3 बजे तक। द्वादशी तिथि पूर्वाह्न 10 बजकर 16 मिनट तक उपरांत त्रयोदशी तिथि का आरंभ, उत्तराषाढ़ नक्षत्र सूर्योदय से अगले दिन प्रातः 6 बजकर 48 मिनट तक उपरांत श्रवण नक्षत्र का आरंभ, आयुष्मान योग सायं 6 बजकर 8 मिनट तक उपरांत सौभाग्य योग का आरंभ।
आज के मुहर्त- अनुकूल समय में वस्तु विशेष का विक्रय करने के लिए शुभ मुहूर्त है।
बालव करण पूर्वाह्न 10 बजकर 16 मिनट तक उपरांत तैतिल करण का आरंभ। चंद्रमा पूर्वाह्न 10 बजकर 27 मिनट तक धनु उपरांत मकर राशि पर संचार करेगा। आज ही प्रदोष व्रत, सूर्य सायन कन्या में प्रातः 9 बजकर 39 मिनट, शक भाद्रपद प्रारंभ, शरद ऋतु प्रारंभ।
आज जन्में बच्चे
आज जन्म लिए बच्चों के नाम (भू, ध, फ, ढ, भे) अक्षरों पर रख सकते है। आज जन्म लिए बच्चे शरीर से गतिशील होगें। ऐसे जातक धर्मभीरू होने के साथ ही विद्या और विनय से समपन्न होंगे। इनकी विज्ञान विषय में रूचि रहेगी। प्रायः अवसरवादी होंगे।
आज जन्म लिए बच्चों के नाम (भू, ध, फ, ढ, भे) अक्षरों पर रख सकते है। आज जन्म लिए बच्चे शरीर से गतिशील होगें। ऐसे जातक धर्मभीरू होने के साथ ही विद्या और विनय से समपन्न होंगे। इनकी विज्ञान विषय में रूचि रहेगी। प्रायः अवसरवादी होंगे।
पंचांग क्या है
पंचांग या पंचागम् हिन्दू कैलेंडर है जो भारतीय वैदिक ज्योतिष में दर्शाया गया है। पंचांग मुख्य रूप से 5 अव्यवों का गठन होता है, अर्थात् तिथि, वार, नक्षत्र, योग एवं करण। पंचांग मुख्य रूप से सूर्य और चन्द्रमा की गति को दर्शाता है। हिन्दू धर्म में हिन्दी पंचांग के परामर्श के बिना शुभ कार्य जैसे शादी, नागरिक सम्बन्ध, महत्वपूर्ण कार्यक्रम, उद्घाटन समारोह, परीक्षा, साक्षात्कार, नया व्यवसाय या अन्य किसी तरह के शुभ कार्य नहीं किये जाते ।जैसा कि प्राचीन समय से बताया गया है कि हर क्रिया के विपरीत प्रतिक्रिया होती है। इसी तरह जब कोई व्यक्ति पर्यावरण के अनुरूप कार्य करता है तो पर्यावरण प्रत्येक व्यक्ति के साथ समान तरीके से कार्य करता है। एक शुभ कार्य प्रारम्भ करने से पहले महत्वपूर्ण तिथि का चयन करने में हिन्दू पंचांग मुख्य भूमिका निभाता है। पंचांग एक निश्चित स्थान और समय के लिये सूर्य, चन्द्रमा और अन्य ग्रहों की स्थिति को दर्शाता है। संक्षेप में पंचांग एक शुभ दिन, तारीख और समय पे शुभ कार्य आरंभ करने और किसी भी तरह के नकारात्मक प्रभाव को नष्ट करने का विचार प्रदान करता है।
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