26 अगस्त 2018 को रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाएगा और इसी के साथ सावन का पवित्र महीना भी खत्म हो जाएगा। सावन माह में पूजा-पाठ व आराधना का विशेष महत्व माना जाता है। शिव इस माह में अपने भक्तों को वरदान देते हैं और मनवांछित फल भी प्रदान करते हैं। सावन माह में पूजा-पाठ के साथ कुछ उपाय भी किए जाते हैं जिनसे आप अपनी इच्छानुसार फल प्राप्त कर सकते हैं। सावन माह का अब आखिरी सप्ताह चल रहा है और इस सप्ताह के साथ ही सावन माह भी समाप्त हो जाएगा। वहीं इस सप्ताह में आप कुछ सरल उपाय कर सकते हैं जो आपके लिए काफी अच्छे होंगे। अगर अब तक सावन माह में आपने उपाय नहीं किए हैं तो बचे हुए 7 दिन आपके लिए सुनहरा अवसर है, इन सात उपायों को करने से सर्वार्थ सिद्धि मिलेगी।
1. मछली को आटे की गोलियां या राजगीरे के लड्डू खिलाएं।
2. काले कुत्ते को तेल में तली सामग्री खिलाएं।
3. गाय, बैल या बछिया को हरा चारा डालें।
4. चीटीं को चीनी डालें।
5. पंछियों को दाना चुगाएं।
6. सर्प को पिटारे से छुड़वाएं।
7. मन ही मन शिव के दर्शन करें और समस्त जीव जगत की शुभता के लिए प्रार्थना करें।
सावन के पवित्र माह की समाप्ति के साथ-साथ आप शिव जी की अपार कृपा प्राप्त करने के लिए रुद्राभिषेक भी कर सकते हैं। शिव जी के रुद्राभिषेक का भी विशेष महत्व माना जाता है। रुद्राशिषेक से ग्रहदोष भी समाप्त हो जाते हैं। वहीं शास्त्रों के अनुसार रुद्राभिषेक की पूजा सदैव प्रशिक्षित पंडितों से ही करवानी चाहिए। sawan 2018 क्योंकि सावन माह में भोलेनाथ की पूजा-अाराधना से व्यक्ति की हर मनोकामना, आकांक्षाओं और मनवांछित फल की प्राप्ति होती है। कहा जाता है कि रुद्राभिषेक की पूजा से जीवन के नकारात्मक हालात बदल कर सकारात्मक हो जाते हैं। पौराणिक कथाओं की मानें तो, रुद्राभिषेक के जरिए पूर्व जन्मों के पापों से भी मुक्ति मिल जाती है। इसलिए सावन माह के अंतिम सप्ताह में शिव जी का रुद्राशिषेक जरुर कराएं, जिससे की आपके सभी दुखों का नाश हो और रुद्राभिषेक की पूजा से घातक बीमारियों, कर्ज़, शत्रुओं के भय आदि से भी छुटकारा मिलता है।
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