ज्योतिष पं. गुलशन अग्रवाल
राष्ट्रीय मिति भाद्रपद 02 शक संवत् 1940 श्रावण शुक्ल त्रयोदशी शुक्रवार विक्रम संवत् 2075। सौर भाद्रपद मास प्रविष्टे 8, जिल्हिजा 12 हिजरी 1439 तदनुसार अंग्रेजी तारीख 24 अगस्त सन् 2018 ई०। दक्षिणायण, उत्तर गोल, शरद ऋतु।
राहुकाल पूर्वाह्न 10 बजकर 30 मिनट से 12 बजे तक। त्रयोदशी तिथि मध्याह्न 12 बजकर 51 मिनट तक उपरांत चतुर्दशी तिथि का आरंभ, उत्तराषाढ़ नक्षत्र प्रातः 6 बजकर 48 मिनट तक उपरांत श्रवण नक्षत्र का आरंभ, सौभाग्य योग सायं 7 बजकर 11 मिनट तक उपरांत शोभन योग का आरंभ।
आज के मुहर्त- अनुकूल समय में पूर्व दिशा की धार्मिक यात्रा करने के लिए शुभ मुहूर्त है।
तैतिल करण मध्याह्न 12 बजकर 51 मिनट तक उपरांत वणिज करण का आरंभ। चंद्रमा दिन रात मकर राशि पर संचार करेगा। आज ही शुक्र चित्रा नक्षत्र में अगले दिन सुबह 5 बजकर 47 मिनट।
आज जन्में बच्चे
आज जन्म लिए बच्चों के नाम (जी, खी, खू, खे, खो) अक्षरों पर रख सकते है। आज जन्म लिए बच्चे शरीर से मध्यम होंगे। ऐसे जातक विचारों से उच्च व संगीत पे्रमी होंगे। प्रायः किसी भी काम को निर्भिकता से करेंगे। इन्हें अपने पुरूषार्थ पर पूर्ण भरोसा रहेगा।
पंचांग क्या है
पंचांग या पंचागम् हिन्दू कैलेंडर है जो भारतीय वैदिक ज्योतिष में दर्शाया गया है। पंचांग मुख्य रूप से 5 अव्यवों का गठन होता है, अर्थात् तिथि, वार, नक्षत्र, योग एवं करण। पंचांग मुख्य रूप से सूर्य और चन्द्रमा की गति को दर्शाता है। हिन्दू धर्म में हिन्दी पंचांग के परामर्श के बिना शुभ कार्य जैसे शादी, नागरिक सम्बन्ध, महत्वपूर्ण कार्यक्रम, उद्घाटन समारोह, परीक्षा, साक्षात्कार, नया व्यवसाय या अन्य किसी तरह के शुभ कार्य नहीं किये जाते ।जैसा कि प्राचीन समय से बताया गया है कि हर क्रिया के विपरीत प्रतिक्रिया होती है। इसी तरह जब कोई व्यक्ति पर्यावरण के अनुरूप कार्य करता है तो पर्यावरण प्रत्येक व्यक्ति के साथ समान तरीके से कार्य करता है। एक शुभ कार्य प्रारम्भ करने से पहले महत्वपूर्ण तिथि का चयन करने में हिन्दू पंचांग मुख्य भूमिका निभाता है। पंचांग एक निश्चित स्थान और समय के लिये सूर्य, चन्द्रमा और अन्य ग्रहों की स्थिति को दर्शाता है। संक्षेप में पंचांग एक शुभ दिन, तारीख और समय पे शुभ कार्य आरंभ करने और किसी भी तरह के नकारात्मक प्रभाव को नष्ट करने का विचार प्रदान करता है।
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