ज्योतिष पं. गुलशन अग्रवाल
राष्ट्रीय मिति भाद्रपद 06 शक संवत् 1940 भाद्रपद कृष्ण द्वितीया मंगलवार विक्रम संवत् 2075। सौर भाद्रपद मास प्रविष्टे। 11 जिल्हिजा, 16 हिजरी 1439 तदनुसार अंग्रेजी तारीख 28 अगस्त सन् 2018 ई०। दक्षिणायण, उत्तर गोल, शरद ऋतु।
राहुकाल अपराह्न 3 बजे से 4 बजकर 30 मिनट तक। द्वितीया तिथि रात्रि 8 बजकर 40 मिनट तक उपरांत तृतीया तिथि का आरंभ, पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र सायं 5 बजकर 9 मिनट तक उपरांत उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र का आरंभ, धृतिमान योग रात्रि 9 बजकर 19 मिनट तक उपरांत शूल योग का आरंभ। तैतिल करण प्रातः 7 बजकर 58 मिनट तक उपरांत वणिज करण का आरंभ। चंद्रमा पूर्वाह्न 10 बजकर 40 मिनट तक कुंभ उपरांत मीन राशि पर संचार करेगा।
आज के मुहर्त- अनुकूल समय में पशुधन की खरीदी बिक्री करने के लिए शुभ मुहूर्त है।
आज जन्में बच्चे
आज जन्म लिए बच्चों के नाम (द, दी, दू, थ, झ) अक्षरों पर रख सकते है। आज जन्म लिए बच्चे शरीर से मजबुत होंगे। ऐसे जातक अति उत्साही व कलाप्रिय होंगे। इनकी प्रशासनिक क्षमता अद्भूत रहेगी। जीवन में सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करेंगे।
आज जन्म लिए बच्चों के नाम (द, दी, दू, थ, झ) अक्षरों पर रख सकते है। आज जन्म लिए बच्चे शरीर से मजबुत होंगे। ऐसे जातक अति उत्साही व कलाप्रिय होंगे। इनकी प्रशासनिक क्षमता अद्भूत रहेगी। जीवन में सामाजिक क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करेंगे।
पंचांग क्या है
पंचांग या पंचागम् हिन्दू कैलेंडर है जो भारतीय वैदिक ज्योतिष में दर्शाया गया है। पंचांग मुख्य रूप से 5 अव्यवों का गठन होता है, अर्थात् तिथि, वार, नक्षत्र, योग एवं करण। पंचांग मुख्य रूप से सूर्य और चन्द्रमा की गति को दर्शाता है। हिन्दू धर्म में हिन्दी पंचांग के परामर्श के बिना शुभ कार्य जैसे शादी, नागरिक सम्बन्ध, महत्वपूर्ण कार्यक्रम, उद्घाटन समारोह, परीक्षा, साक्षात्कार, नया व्यवसाय या अन्य किसी तरह के शुभ कार्य नहीं किये जाते ।जैसा कि प्राचीन समय से बताया गया है कि हर क्रिया के विपरीत प्रतिक्रिया होती है। इसी तरह जब कोई व्यक्ति पर्यावरण के अनुरूप कार्य करता है तो पर्यावरण प्रत्येक व्यक्ति के साथ समान तरीके से कार्य करता है। एक शुभ कार्य प्रारम्भ करने से पहले महत्वपूर्ण तिथि का चयन करने में हिन्दू पंचांग मुख्य भूमिका निभाता है। पंचांग एक निश्चित स्थान और समय के लिये सूर्य, चन्द्रमा और अन्य ग्रहों की स्थिति को दर्शाता है। संक्षेप में पंचांग एक शुभ दिन, तारीख और समय पे शुभ कार्य आरंभ करने और किसी भी तरह के नकारात्मक प्रभाव को नष्ट करने का विचार प्रदान करता है।
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