हिन्दू पंचांग के अनुसार सावन के बाद भादो मास आता है। भादो मास को भाद्रपद महीना भी कहा जाता है। भाद्रपद चातुर्मास में आने वाला दूसरा महीना होता है। भादों महीना भगवान श्रीकृष्ण का प्रिय मास होता है। इस माह को भगवान श्री कृष्ण के जन्म से भी जोड़ा जाता है। भगवान श्रीकृष्ण ने भादो के महीने में रोहिणी नक्षत्र के वृषभ लग्न में जन्म लिया था। भादों का महीना भी सावन माह की तरह पावन होता है। भाद्रपद माह धार्मिक तथा व्यावहारिक नजरिए से जीवनशैली में संयम और अनुशासन को अपनाना दर्शाता है। इसलिए इसमें कुछ नियमों का पालन करना अनिवार्य बताया गया है। शास्त्रनुसार भाद्रपद माह में कुछ कार्य निषेद्ध हैं तथा कुछ खाद्य सामाग्री पर भी वर्जना बताई गयी है। इन वर्जनाओं और निर्देशन के पीछे वैज्ञानिक और संस्कृति उद्देश भी है।
हिंदू धर्म में भादो के महीना का खास महत्व माना जाता है। इस माह में कई व्रत-त्यौहार पड़ते हैं। इस बार भादो माह में 11 घंटे का त्रिपुष्कर योग भी बन रहा है। इस दौरान हर काम में तीन गुना लाभ और राज योग मिलता है।इस माह में विष्णु और लक्ष्मी जी की पूजा करने से अधिक धनलाभ होता है। यह समय नया कारोबार शुरु करने के लिए सर्वोत्तम है। क्योंकि इस समय नया कारोबार शुरू करने से बहुत लाभ होता है। वहीं इस माह में धन संबंधी उपाय करने से धन लाभ होता है। आइए बताते हैं इस माह में कौन से उपाय करना लाभदायक रहेगा....
धन लाभ के लिए ये उपाय करें
भादो मास में व्रत रखें और व्रत वाले दिन सिर्फ फलाहार करें। शाम को स्नान करके विष्णु और लक्ष्मी जी की पूजा करें। पूजा करने के बाद लड्डू और केले का भोग लगाएं। तत्पश्चात भगवान को धूप-दीप दिखाकर उनकी आरती करें। विधिवत सब पूर्ण होने के बाद इन मंत्रों का जाप करें-
ॐ विष्णुदेवाय नमः
ॐ महालक्ष्मयै नमः का जाप करके पूजा करें.
भादो माह में इन चीज़ों का रखें खास ध्यान, ये चीज़ों का करें त्याग
क्या खाएं
– शारीरिक शुद्धता के लिए इस माह में पंचगव्य यानि दूध, दही, घी गोमूत्र, गोबर का प्रयोग करें।
– संतान प्राप्ति या वंश की वृद्धि हेतु नियमित रूप से दूध का सेवन करें।
– पुण्य प्राप्ति के लिए दिन में एक समय भोजन करें।
इनका करें त्याग
– भाद्र के माह में गुड़ का सेवन बिलकुल न करें।
– दीर्घायु और पुत्र प्राप्ति के लिए तेल का सेवन न करें।
– भाद्र के महीने में पुण्य की प्राप्ति हेतु पलंग पर सोना, सहवास, झूठ बोलना, मांस-मदिरा, शहद, हरी सब्जी, मूली, बैंगन आदि का तयाग करें।
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