शिवजी का प्रिय श्रावण का मास चल रहा हैं, हिंदू धर्म में इस महीने को बहुत ही पवित्र माना जाता है । इस महीने भोलेबाबा की जलाभिषेक लेकर अनेक तरह की पूजा की जाती हैं । श्रावण माह शुरू होते ही बहुत सारे त्यौहारों का आगमन भी होता हैं । इस माह में नवविवाहित बेटियां अपने मायके में पहला सावन का त्यौहार मनाने के लिए आती हैं, और विवाह के पहले सावन में बेटियों का मायके में आना मायके वालों के लिए बुहत शुभ माना जाता हैं ।
बेटियां सौभाग्य का प्रतिक और लक्ष्मी का स्वरूप मानी जाती हैं, इसलिए बेटियों का भाग्य ही किसी भी घर को सौभाग्यशाली बना देता हैं, ऐसी मान्यता हैं कि यदि बेटी की शादी के बाद बेटी के माता पिता के घर के हालात बिगड़ने लगे तो जब सावन में बेटी मायके आएं तो मायके वाले बेटी के हाथों से इन उपायों को जरूर करवाएं । बेटी के द्वारा इन उपायों के करने के बाद घर की सभी परेशानियाँ समाप्त हो जाती हैं और परिवार में खुशियां दोबारा से लौट कर आ ही जाती हैं ।
1- सावन के महीने में जब भी बेटी अपने मायके आती है तो पिता या भाई उसके हाथों से एक तुलसी का एक पौधा घर के आंगन में जरूर लगवाएं, और जब तक बेटी मायके में रहती है तब तक रोज शाम को तुलसी के नीचे उससे दीपक जरूर जलवाये । बेटी के द्वारा ऐसा करने से घर की सुख-शांति वापस आ जाती हैं ।
2- सावन के महीने में जब बेटी आपके घर आती है तो सावन के किसी भी मंगलवार को उसके हाथों से गुड़ लेकर उसी दिन उस गुड़ को मिट्टी के बर्तन में रखकर घर के आंगन या कहीं एकांत में मिट्टी में दबा दीजिए । ऐसा करने से जल्द ही मकान और संपत्ति संबंधित सभी इच्छा पूरी हो जाती हैं ।
3- विवाह के बाद जब बेटी पहले सावन में आपके घर आएं तो किसी भी बुधवार को बेटी के हाथ से एक सुपारी लेकर सुपारी में रक्षा सूत्र (कलावा) बांध कर पीले कपड़े में लपेटकर घर के किसी कोने में या मंदिर में लटका दें । इस उपाय को करने से आप पर जो भी कर्ज होगा उससे मुक्ति मिल जाएगी ।
4- सावन के महीने में जब बेटी घर आती है तो सावन के किसी भी सोमवार की सुबह को अपने बेटी को संपूर्ण श्रृंगार कराकर बैठा दीजिए और बेटी के माता पिता भी उसके सामने एक गुलाबी कपड़े में थोड़ा सा अक्षत (चावल) और एक चांदी का सिक्का लेकर बैठ जायें । अब गुलाबी कपड़े में उस अक्षत और सिक्के को बेटी के हाथों से बांधवा कर अपने धन रखने के स्थान पर रखें । इसके बाद माता पिता बेटी के चरण स्पर्श करते हुए लक्ष्मी रूप मानकर सभी समस्याओं के निवारण की कामना करें ।
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