जिस प्रकार प्रत्येक पेड़ एक छोटे से अंकुर में छुपा होता है ठीक उसी प्रकार सभी साधनाओं का फल भी उनकों विधि विधान, श्रद्धाभाव एवं विश्वास के साथ करने से ही प्राप्त हो पाता है । अगर किसी के जीवन कोई परेशानी चल रही हो तो आगामी गणेश उत्सव में गणेश चतुर्थी से लेकर अनंत चतुर्दशी तक इन 10 दिनों तक जो श्रीगणेश जो भी इस गणेश शाबर मंत्र की साधना करें । इस साधना से साधक की हर मनचाही मुराद पूरी हो जाती हैं ।
गणेश शाबर मंत्र की साधना विधि
1- गणेश उत्सव के दौरान किसी भी एकान्त स्थान में या गणेश मंदिर में, जहाँ आम लोगों का आना जाना ना हो या तो बिलकुल ही कम हो, ऐसे पवित्र स्थान में कुशा या कंबल के आसन पर बैठकर भगवान् श्री गणेश जी का षोडशोपचार विधि से पूजन करें ।
2- पूजा में गाये के घी के 11 दीपक जलाकर, स्यंम के सामने, एक फुट की ऊँचाई पर रखे, 10 दिनों तक रोज सिन्दूर और लड्डू के प्रसाद का भोग लगाएं, और प्रतिदिन 5 माला जप मोती या स्फटिक की माला से नीचे दिये मन्त्र का जप करें ।
3- प्रतिदिन भोग लगे प्रसाद को परिवार सहित अन्य गरीब बच्चों में बाँट दें । अंतिम दसवें दिन सवा सेर लड्डू के प्रसाद का भोग लगाए और मन्त्र का जप- यज्ञ समाप्त होने पर तीन बच्चों कों को भोजन कराकर उन्हें कुछ दक्षिणा भेट करें ।
4- पहले दिन ही सिन्दूर की एक डिब्बी गणेश जी के चरणें में सुरक्षित रखे, और 10 दिनों तक इस सिन्दूर को न छूए । भविष्य में जब कभी कोई कार्य या समस्या आने लगे तो सिन्दूर को सात बार उक्त मन्त्र से अभिमन्त्रित कर अपने माथे पर टीका लगालो सभी कार्य सफल होने लगेगा ।
गणेश शाबर मंत्र
मन्त्र
ॐ गणपति यहाँ पठाऊ तहां जावो
दस कोस आगे जा
ढाई कोस पीछे जा
दस कोस सज्जे दस कोस खब्बे
मैया गुफ्फा की आज्ञा मन रिद्धि सिद्धि देवी आन
अगर सगर जो न आवे तो माता पारवती की लाज !
ॐ क्राम फट स्वाहा !
मंत्र जप विधि
गणेश शाबर मंत्र के जप
गणेश शाबर मंत्र के जप
से पूर्व हर रोज गुरु पूजन और गणेश पूजन करे, गणेश जी की मूर्ती के दोनों तरफ एक एक गोमती चक्र अवश्य रखे । गणेश जी के साथ देवी रिद्धि और सिद्धि का भी पूजन करें । पूजा में प्रयास करें मूर्ती मिटटी से बनी हुई ही हो । अंतिम दिन देवी रिद्धि सिद्धि के लिए श्रृंगार का सामान गणेश मंदिर में चढ़ाये ।।
No comments:
Post a Comment